आज कल की लाइफ लोगों के लिए बेहद ही व्यस्त रहती है। हर कोई काम के बोझ से टेंशन में रहता है। किसी को ऑफिस तो किसी को घर-परिवार से जुड़ी समस्याओं के कारण परेशान रहता है। इसका हल निकालने के बजाय लोग खुद फ्रस्टेट हो जाते हैं और ऐसे में कई बीमारियों से घिर जाते हैं।
aapkijaankari.blogspot.com आपको बता रहा है कि टेंशन फ्री रहने के लिए अपने लाइफ में कुछ चीजों को अपनाने से आपकी समस्या कुछ हद तक कम हो सकती है।
वर्तमान में रहना सीखें
लोगों के जीवन में ऐसी कई घटनाएं होती हैं, जिनके बारे में सोच कर अपना भविष्य अधर में डाल लेते हैं। भूतकाल (Past) के बारे में बार-बार सोचते रहने से वर्तमान में हो रहे कार्यों में भी बाधा आती है और कई टेंशन और भी बढ़ जाती हैं। ऐसे में हमें वर्तमान के बारे में ही विचार करना चाहिए और अपने भविष्य को और भी बेहतर बनाने के बारे में सोचना चाहिए।
लोगों के जीवन में ऐसी कई घटनाएं होती हैं, जिनके बारे में सोच कर अपना भविष्य अधर में डाल लेते हैं। भूतकाल (Past) के बारे में बार-बार सोचते रहने से वर्तमान में हो रहे कार्यों में भी बाधा आती है और कई टेंशन और भी बढ़ जाती हैं। ऐसे में हमें वर्तमान के बारे में ही विचार करना चाहिए और अपने भविष्य को और भी बेहतर बनाने के बारे में सोचना चाहिए।
खुद से सकारात्मक बातें करें
न सिर्फ लोगों के साथ ही सकारात्मक बातें करें बल्कि खुद अपने साथ बात भी करें। लोगों और अपने प्रति ऐसे विचार लाएं जो सकारात्मक हो। यदि आप सुबह उठने के बाद दो मिनट का अंतर्ध्यान करें और अपने बारे में कुछ अच्छा या भविष्य में क्या अच्छा करें, इसके बारें में सकारात्मक भाव लाएं।
न सिर्फ लोगों के साथ ही सकारात्मक बातें करें बल्कि खुद अपने साथ बात भी करें। लोगों और अपने प्रति ऐसे विचार लाएं जो सकारात्मक हो। यदि आप सुबह उठने के बाद दो मिनट का अंतर्ध्यान करें और अपने बारे में कुछ अच्छा या भविष्य में क्या अच्छा करें, इसके बारें में सकारात्मक भाव लाएं।
मुस्कुराना और हंसना सीखें
आप चाहे घर पर हों, ऑफिस में हों या फिर कहीं घूमने जाएं; अपने फेस पर हमेशा मुस्कुराहट बनाए रखना चाहिए। हंसने और मुस्कुराने से स्ट्रेस तो दूर रहता है और नकारात्मक ख्याल भी नहीं आते। ऐसा करने से आपके आसपास का माहौल भी हंसमुख रहता है। उदास और चिड़चिड़हाट चेहरे से लोग भी बातचीत करना पसंद नहीं करते।
आप चाहे घर पर हों, ऑफिस में हों या फिर कहीं घूमने जाएं; अपने फेस पर हमेशा मुस्कुराहट बनाए रखना चाहिए। हंसने और मुस्कुराने से स्ट्रेस तो दूर रहता है और नकारात्मक ख्याल भी नहीं आते। ऐसा करने से आपके आसपास का माहौल भी हंसमुख रहता है। उदास और चिड़चिड़हाट चेहरे से लोग भी बातचीत करना पसंद नहीं करते।
दोस्तों और करीबी लोगों से बातचीत करें
यदि आप समय-समय पर अपने दोस्तों से या करीबी लोगों से बातचीत करते रहेंगे और अपने विचार या अनुभव शेयर करेगें तो भी आपका स्ट्रेस दूर हो जाता है। यदि आप व्हाट्सएप या फेसबुक पर भी बात करते हैं तो भी आपके स्ट्रेस को दूर करने में मदद करता है।
यदि आप समय-समय पर अपने दोस्तों से या करीबी लोगों से बातचीत करते रहेंगे और अपने विचार या अनुभव शेयर करेगें तो भी आपका स्ट्रेस दूर हो जाता है। यदि आप व्हाट्सएप या फेसबुक पर भी बात करते हैं तो भी आपके स्ट्रेस को दूर करने में मदद करता है।
जरूर सोएं 6 घंटे
काम का बोझ, पढ़ाई या फिर बचे हुए कामों को पूरा करने के लिए कुछ लोग देर रात तक जागते हैं। ऐसा करना भी गलत है, क्योंकि मानव शरीर को कम से कम 6 घंटे की नींद जरूरी होती है। नींद पूरी न होने से पूरे दिन थकान रहती है, गुस्सा आता रहता है और किसी भी कार्य में मन नहीं लगता है। यदि आप 6 घंटे नींद पूरी कर लेते हैं तो आप पूरे दिन फ्रेश महसूस करेंगे।
काम का बोझ, पढ़ाई या फिर बचे हुए कामों को पूरा करने के लिए कुछ लोग देर रात तक जागते हैं। ऐसा करना भी गलत है, क्योंकि मानव शरीर को कम से कम 6 घंटे की नींद जरूरी होती है। नींद पूरी न होने से पूरे दिन थकान रहती है, गुस्सा आता रहता है और किसी भी कार्य में मन नहीं लगता है। यदि आप 6 घंटे नींद पूरी कर लेते हैं तो आप पूरे दिन फ्रेश महसूस करेंगे।
जरूर करें व्यायाम, योग और मेडिटेशन
स्वस्थ शरीर और स्वस्थ मन के लिए व्यायाम, योग और मेडिटेशन बेहद जरूरी है। इससे न सिर्फ आपके बॉडी फिट रहती है बल्कि तनावमुक्त भी रहता है। यही नहीं, यदि आपको नकारात्मक विचार आते है तो यह भी दूर करता है। रिसर्च से यह सामने आ चुकी है कि रोजाना 15 मिनट किया गया व्यायाम, योग या मेडिटेशन हमारे शरीर को स्वस्थ रखता है। शरीर स्वस्थ रहने से काम में मन लगता है और स्ट्रेस नहीं होता।
स्वस्थ शरीर और स्वस्थ मन के लिए व्यायाम, योग और मेडिटेशन बेहद जरूरी है। इससे न सिर्फ आपके बॉडी फिट रहती है बल्कि तनावमुक्त भी रहता है। यही नहीं, यदि आपको नकारात्मक विचार आते है तो यह भी दूर करता है। रिसर्च से यह सामने आ चुकी है कि रोजाना 15 मिनट किया गया व्यायाम, योग या मेडिटेशन हमारे शरीर को स्वस्थ रखता है। शरीर स्वस्थ रहने से काम में मन लगता है और स्ट्रेस नहीं होता।
अपने मनपसंद का काम करें
ऐसा माना जाता है कि जब हम अपने मनपसंद का काम करते हैं तो तब हम बेहद खुशी महसूस करते हैं। ऐसा करने से आप स्ट्रेस से हमेशा दूर रहेंगे। इसलिए हर इंसान को अपनी लाइफ में उसी कार्य को करियर बनाना चाहिए, जिसमें उसकी रुचि हो। ऐसा करने से आप पर काम का बोझ जैसी कोई समस्या नहीं होगी, बल्कि तब आप और भी ज्यादा मन लगाकर काम कर सकेंगे और सकारात्मक तरीके से काम कर सकेंगे।
ऐसा माना जाता है कि जब हम अपने मनपसंद का काम करते हैं तो तब हम बेहद खुशी महसूस करते हैं। ऐसा करने से आप स्ट्रेस से हमेशा दूर रहेंगे। इसलिए हर इंसान को अपनी लाइफ में उसी कार्य को करियर बनाना चाहिए, जिसमें उसकी रुचि हो। ऐसा करने से आप पर काम का बोझ जैसी कोई समस्या नहीं होगी, बल्कि तब आप और भी ज्यादा मन लगाकर काम कर सकेंगे और सकारात्मक तरीके से काम कर सकेंगे।
किताबें पढ़े और म्यूजिक सुनें
कहते हैं तनाव को दूर करने के लिए किताब पढ़ना या म्यूजिक सुनना बेहद जरूरी है। जब भी आपको स्ट्रेस महसूस करें तो अपना मनपसंद संगीत सुनें या फिर किताबें पढ़ने का शौक हो तो ऐसी किताब पढ़ें, जिससे आपके खुशी महसूस हो। ऐसा करने से कुछ ही देर में आपका तनाव दूर हो जाएगा।
कहते हैं तनाव को दूर करने के लिए किताब पढ़ना या म्यूजिक सुनना बेहद जरूरी है। जब भी आपको स्ट्रेस महसूस करें तो अपना मनपसंद संगीत सुनें या फिर किताबें पढ़ने का शौक हो तो ऐसी किताब पढ़ें, जिससे आपके खुशी महसूस हो। ऐसा करने से कुछ ही देर में आपका तनाव दूर हो जाएगा।
आध्यामिक में रुचि लें और प्रार्थना करें
यदि आपके कभी ध्यान दिया हो तो आध्यात्मिक में मग्न रहने वाले व्यक्ति अक्सर मानसिक तनाव से दूर रहते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि वह एक अलौकिक शक्ति पर विश्वास करते हैं जो उन्हें मानसिक तनाव से बचाती है। आध्यात्मिक व्यक्ति जीवन में अपना ध्यान हमेशा केंद्रित रखता है। आत्मनिर्भरता बढ़ाने के लिए यदि प्रतिदिन प्रार्थना करेंगे तो आपको कभी भी मानसिक तनाव नहीं आने देती।
यदि आपके कभी ध्यान दिया हो तो आध्यात्मिक में मग्न रहने वाले व्यक्ति अक्सर मानसिक तनाव से दूर रहते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि वह एक अलौकिक शक्ति पर विश्वास करते हैं जो उन्हें मानसिक तनाव से बचाती है। आध्यात्मिक व्यक्ति जीवन में अपना ध्यान हमेशा केंद्रित रखता है। आत्मनिर्भरता बढ़ाने के लिए यदि प्रतिदिन प्रार्थना करेंगे तो आपको कभी भी मानसिक तनाव नहीं आने देती।
Thank you Dosto......
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